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भाजपा नेता किरीट सोमय्या के झूठे आरोपों पर समाजवादी पार्टी का जोरदार विरोध — प्रशासन ने पुतला दहन की अनुमति जानबूझकर रोकी, अब फोटो को जूते मारकर होगा विरोध!

भाजपा नेता किरीट सोमय्या के झूठे आरोपों पर समाजवादी पार्टी का जोरदार विरोध — प्रशासन ने पुतला दहन की अनुमति जानबूझकर रोकी, अब फोटो को जूते मारकर होगा विरोध!

 दिनांक: 14 जुलाई 2025 | समय: दोपहर 12:00 बजे | स्थान: तहसील कार्यालय, नांदुरा

भाजपा नेता किरीट सोमय्या द्वारा मलकापुर शहर के मुस्लिम समाज के 1426 नागरिकों को बांग्लादेशी व रोहिंग्या मुसलमान बताकर समाज में नफरत फैलाने की घृणित साजिश के खिलाफ समाजवादी पार्टी ने मोर्चा खोल दिया है।


🔻 दिनांक 28/06/2025 को समाजवादी पार्टी की ओर से पुलिस निरीक्षक नांदुरा के माध्यम से पुलिस अधीक्षक बुलढाणा को किरीट सोमय्या के पुतले का दहन करने के लिए अनुमति हेतु आवेदन दिया गया था। लेकिन पुलिस प्रशासन ने जानबूझकर कार्यक्रम से सिर्फ दो दिन पहले अनुमति नकार दी, ताकि कोर्ट में चुनौती देने का भी समय न मिले।


🔴 इस प्रशासनिक अन्याय के विरोध में समाजवादी पार्टी ने पुतला दहन कार्यक्रम को रद्द करने का निर्णय लिया है, लेकिन अपना विरोध प्रखर रूप में दर्ज करते हुए अब किरीट सोमय्या के फोटो को जूते मारकर विरोध दर्ज किया जाएगा।


🗣️ "प्रशासन पूरी तरह भाजपा के दबाव में काम कर रहा है। हम शांत नहीं बैठने वाले। संविधान के दायरे में रहकर हम सड़कों पर उतरेंगे और झूठ तथा नफरत के खिलाफ आवाज उठाएंगे," ऐसा तीखा बयान युवा जिला अध्यक्ष आज़ाद पठान – समाजवादी पार्टी, बुलढाणा ने दिया।


📌 इसी दिन तहसीलदार नांदुरा के माध्यम से महाराष्ट्र के महामहिम राज्यपाल महोदय को एक विस्तृत निवेदन सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन्स के अनुसार सौंपा जाएगा, जिसमें किरीट सोमय्या के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई की मांग की जाएगी।


📢 महत्वपूर्ण आवाहन


समाजवादी पार्टी के सभी कार्यकर्ता एवं मुस्लिम समाज के जागरूक नागरिक दिनांक 14 जुलाई 2025 को दोपहर 12:00 बजे तहसील कार्यालय, नांदुरा पर भारी संख्या में उपस्थित रहें और अन्याय के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराएं।

✍🏻 संपर्क:

आज़ाद पठान

युवा जिला अध्यक्ष – समाजवादी पार्टी, जिला बुलढाणा


🕛 समय: 14/07/2025 – दोपहर 12:00 बजे

📍 स्थान: तहसील कार्यालय, नांदुरा


📢 मीडिया से अनुरोध –

यह मामला सिर्फ एक पार्टी का नहीं, बल्कि पूरे समाज के सम्मान और संविधान की रक्षा से जुड़ा है। आप इस ऐतिहासिक विरोध की सच्ची तस्वीर जनता के सामने रखें।

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